किसी भी चीज को अगर हम बिना छुए अपनी मन की शक्ति से हिला दे तो उसे टेलेकिनेसिस कहते है। टेलेकिनेसिस में हम अपनी अंदर की ऊर्जा से किसी चीज को उठा सकते है।
आपने फिल्मो में देखा होगा की कोई इंसान अपनी मानसिक शक्ति से किसी चीज को एक जगह से दूसरी जगह पर घुमाता है। किसी को हवा में उठाना, दरवाजे को बिना छुए खोल देना और खास करके वो चम्मच को मोड़ देना।
लंबे समय से कुछ लोगो का यह कहना था कि उन्होंने टेलेकिनेसिस का अनुभव किया है या फिर किसी को ऐसा करते देखा है। पर हाल के समय में कई लोग इसे मानने को तैयार नही है।
Scientists के जरिए telekinesis को study किया गया। पर वो भी कुछ खास सफल नहीं हुए। इस की वजह से scientists के पास कोई सबूत नहीं है कि telekinesis जैसी कोई चीज होती है।
Scientists का कहना है कि किसी चीज को बिना माध्यम से हिलाना ये quantum physics के नियम के खिलाफ है। कोई भौतिक चीज को हिलाने के लिए दोनों तरफ से जुड़े होना जरूरी है।
Telekinesis experiment
एक बार scientist द्रारा एक एक्सपेरिमेंट करने में आया। इस experiment में एक इंसान के दिमाग के साथ केबल को जोड़ा गया। फिर उसने अपने पास रखे एक रोबोटिक हाथ को अपने विचारो की शक्ति से एक्टिव किया। इस एक्सपेरिमेंट को हम टेलिकेनिसिस नही कह सकते क्योंकि इसमें वो केबल एक माध्यम की तरह कार्य करता है जब की telekinesis मे कोई माध्यम नही होता उसमे सिर्फ और सिर्फ मन की शक्ति का ही उपयोग किया जाता है।।
वैसे ऐसा जरूरी नही है कि scientist टेलिकेनिसिस को साबित नही कर पाए तो उसका अस्तित्व नही है। बहुत से लोगो का मानना है कि टेलेकिनेसिस होती है और उसे सिख भी सकते है। चलिए देखते है कि टेलेकिनेसिस में क्या होता है।
Telekinesis में शरीर की ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाता है। खास करके आँख और हाथ का। हाथ के द्रारा ऊर्जा दी जाती है और आँख से एकाग्र किया जाता है। इस लिए हमारे शरीर में जरुरी ऊर्जा होनी चाहिये। टेलेकिनेसिस के लिए कुछ और भी जरूरी है। जैसे की आत्म विश्वास, एकाग्रता, कल्पना शक्ति और प्राण ऊर्जा।
आत्मविश्वास
जब हम टेलेकिनेसिस करने के लिए तैयार हो तो सबसे पहले जरूर होती है आत्मविश्वास की। हमारे अंदर एक आत्म विश्वास होना चाहिए की हम कुछ भी करने के लिए सक्षम है। इस आत्म विश्वास की वजह से आपके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होगा।
एकाग्रता
टेलिकेनिसिस में आँखों का इस्तेमाल होता है जो की ध्यान केंद्रित करने के लिए होता है। इसके लिए हमारे अंदर एकाग्रता होनी चाहिए। एकाग्रता की वजह से हम किसी भी चीज पर लंबे समय तक ध्यान रख सकते हैं। टेलेकिनेसिस में कोई एक ही चीज पर ध्यान रखना होता है और उसके लिए हमारे अंदर एकाग्रता होना जरुरी है।
Telekinesis concentration |
कल्पनाशक्ति
कल्पनाशक्ति होना अच्छा है telekinesis के लिए। कल्पनाशक्ति यानी हम जो कुछ सोचते है उसकी कल्पना करना। कल्पना शक्ति से हम अनुभव कर सकते है कि जो हम सोचते है वो हकीकत में है। इससे उस चीज के प्रति आकर्षण बढ़ता है। visualize हमारे अंदर आत्मविश्वास बढाता है। थोड़ी सी प्रैक्टिस से हमारी कल्पना शक्ति अच्छी तरह से विकसित हो जाती है।
Telekinesis method
अब बात करे की किस तरह से टेलेकिनेसिस कर सकते है? तो सबसे पहले टेलेकिनेसिस की practice के लिए कोई शांत जगह पर जाए। अब सामने कोई हल्की सी चीज रखिए। जैसे कोई बाल या कागज का टुकड़ा ले सकते हैं। अब थोड़ी दूर हो कर अपनी आँखों और हाथ को उस चीज की तरफ रखो। अब मन से उस चीज को हिलाने का प्रयत्न कीजिए। इस समय पर एकाग्र रहे और ध्यान सिर्फ उस चीज पर बनाए रखे। अपने आत्म विश्वास को कमजोर न करे। 5 या 10 मिनिट तक ऐसे ही प्रयत्न कीजिए। अगर ना हो तो निराश होने की बात नहीं है। ऐसी चीजों में समय लगता है और थोड़ी प्रैक्टिस भी जरुरी है।
Telekinesis practice |
ये बात तो हो गयी की telekinesis कैसे करते है। पर कुछ ऐसी बाते भी है जो टेलेकिनेसिस करने से पहले कर ने से मदद मिलती है। जैसे की ध्यान। ध्यान से फालतू के विचार रुक जाते है जिससे मन एकाग्र होता है और हमारा शरीर रिलैक्स हो जाता है। telekinesis करने से पहले अपने दोनों हाथों को घिसले। उससे हाथ में एक तरह के ऊर्जा का अनुभव होगा।
टेलेकिनेसिस में सबसे पहले कोई हल्की सी चीज से लेकर बड़ी चीज पर प्रयत्न करें ये जरूरी है। और तो टेलेकिनेसिस 10 मिनिट तक करना भी बहुत है तो इसीलिए उस पर कोई जोर देने की जरूरत भी नहीं है।
टेलेकिनेसिस में सिर्फ कीसी चीज को हिलाने की कोशिश कीजिए और थोड़े दिन तक प्रयत्न जारी रखे। इस तरह आप खुद टेलेकिनेसिस को विकसित कर सकते हो।
इस बार हमने टेलेकिनेसिस के बारे जानकारी प्राप्त की है। आगे ऐसे ही रोचक जानकारी का मजा उठाएंगे।
तब तक के लिए अलविदा।
यहाँ दी गई जानकारी telekinesis को जानने-समझने एवं शुआत करने के लिए आप का एक बहुत अच्छा प्रयास है.