क्या आप रसायन विज्ञान के बारे में सब कुछ जानना चाहते है? यह लेख आपको वो सारी जानकारी देगा जो आपको चाहिए।
यह एक ऐसा विषय है जो हर क्षेत्र में फ़ैल चूका है, पढ़ाई से लेकर दैनिक जीवन तक।
केमिस्ट्री (chemistry in hindi) को सरलता से समझने के लिए उसके मूलभूत सिद्धांतो को जानना जरूरी है, जो की इस लेख में शामिल है।
इसके उपरांत, रसायन विज्ञान क्या है और उसकी शाखाएँ यह सब भी आपको इस लेख में मिलेगा।
तो चलिए इस अदभुत दुनिया में।BetWinner login Bangladesh
Table of Contents
रसायन विज्ञान क्या है – What is Chemistry in hindi
पदार्थ के गुणधर्म और उसके व्यवहार का विज्ञान की जिस शाखा में अध्ययन किया जाता है उसे रसायन विज्ञान कहते है।
इसके उपरांत, परमाणु और अणु कैसे एक दूसरे के साथ जुड़ते है और किस तरह रासायनिक प्रक्रिया (chemical reaction) होती है, इसका अध्ययन भी किया जाता है।
17वि सदी के आसपास विज्ञान (science) संपूर्ण रूप से एक था, परंतु बढ़ते विज्ञान के क्षेत्र की वजह विज्ञान की कई शाखाएं बनी। जिनमे एक यह भी था। Examlabs
तब रसायन विज्ञान की उत्पत्ति हुई और आज यह मुलभुत विज्ञान में से एक है।
अगर हम अपने आसपास देखेंगे तो हमे रासायनिक विज्ञान के कई उदाहरण देखने मिलेंगे।
कोलगेट, डिटर्जन्ट, खाद्य पदार्थ, रंग, प्लास्टिक यह सब केमिस्ट्री की ही देन है।
रसायन विज्ञान को centre science भी कहा जाता है, क्योकि यह भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान दोनों को जोड़ता है।
इसे मूल रूप से जानने से पहले चलिये इसकी परिभाषा और हिंदी अर्थ पर एक नजर डाल लेते है।
रसायन विज्ञान की परिभाषा – Chemistry definition in hindi
रसायन विज्ञान की परिभाषा (Chemistry definition) कुछ इस तरह है।
पदार्थ की संरचना, बनावट और उसके बीच होती रासायनिक प्रतिक्रियाओं का अध्ययन रसायन विज्ञान कहलाता है।
इसके उपरांत, पदार्थ का संधटन और द्रव्यों की प्रकिया का अभ्यास भी केमिस्ट्री के भीतर ही होता है।
Chemistry meaning in hindi
Chemistry शब्द का हिंदी अर्थ रसायन विज्ञान होता है।
इसके उपरांत, अंग्रेजी शब्द chemistry मिस्त्र से आया है।
माना जाता है कि सबसे पहले प्राचीन समय में रसायनिक ज्ञान (chemical science) का उपयोग इजिप्त में किया जाता था। वहा के लोग रंग, साबुन और कांच बनाने की विधि जानते थे।
वहाँ की मिट्टी को chemi कहा जाता था, इसी पर से chemistry शब्द का जन्म हुआ।
अब चलिये चलते है केमिस्ट्री की गहराई में।
रसायन विज्ञान के सिद्धांत – Chemistry concepts in hindi
जब आप रसायन विज्ञान का अभ्यास करते हो तो क्या आपके मन में कभी यह सवाल उठा है की अणु, परमाणु, तत्व, यौगिक और बंध यह सब क्या होते है।
केमिस्ट्री (chemistry in hindi) की यह मुलभुत वस्तुए है, जिन्हें जानना बहुत जरूरी है।
तो पहले हम इन सिद्धांतो (concepts) को जानते है, जिसमे शुरुआत करेंगे परमाणु से।
परमाणु – Atom
परमाणु रसायन विज्ञान की मुलभुत इकाई है। यह पदार्थ (matter) का सबसे छोटा भाग होता है।
परमाणु के केंद्र में नाभिक बना होता है जिसके अंदर प्रोटोन और न्यूट्रॉन आये हुए होते है।
और उन नाभिक के आसपास इलेक्ट्रान अपनी कक्षा में घूमते है।
Proton का विद्युतभार पोजीटिव (+) और electron का विद्युतभार नेगेटिव (-) होता है। जब की न्यूट्रॉन तटस्थ होते है।
द्रव्यमान के संदर्भ में प्रोटोन और न्यूट्रॉन समान होते है, परंतु इलेक्ट्रान का द्रव्यमान प्रोटोन की तुलना में 1,836 के भाग का ही होता है।
तत्व – Element
एक ही प्रकार के परमाणु से बने शुद्ध पदार्थ को रासायनिक तत्व (chemical element) कहा जाता है।
परमाणु के अंदर रहे प्रोटोन की संख्या को उस तत्व का Atomic number कहा जाता है।
एक शुद्ध तत्व में रहे हर परमाणु के अंदर के प्रोटोन की संख्या समान होती है। इसी संख्या के आधार पर दुनिया के सारे पदार्थो को वर्गीकृत किया जाता है।
जैसे की,
ऑक्सिजन, कार्बन और नाइट्रोजन।
पूरी दुनिया में कुल मिलाकर 118 तत्व है, इन सब को एक टेबल के अंदर दर्शाया जाता है, जिसे periodic table कहा जाता है।
इस टेबल के मुताबिक जैसे जैसे नंबर बढ़ते है उस element के परमाणु में रहे इलेक्ट्रान और प्रोटोन की संख्या भी बढ़ती जाती है।
जैसे की,
दूसरे नंबर पर हीलियम है। इस तत्व के परमाणु में सिर्फ दो इलेक्ट्रान और दो प्रोटोन होंगे।
वही, आंठवे नंबर पर ऑक्सिजन है, जिसके परमाणु के अंदर आठ इलेक्ट्रान और आठ प्रोटोन होंगे।
याद रखिये, हमे दुनिया में जो भी पदार्थ मिलते है वो इन्ही 118 तत्व में से होते है।
इनके सिवाय अगर कोई तत्व आपको मिलता है, जिसके परमाणु के अंदर 119 इलेक्ट्रान हो, तो यह बहुत ही बड़ी खोज होगी।
अणु – Molecule
क्या कभी आपके मन मे यह सवाल उठा है कि अणु और परमाणु में क्या अंतर होता है।
अणु (Molecule) दो या दो से ज्यादा परमाणु का समूह होता है, जो विद्युत रूप से तटस्थ होता है।
यह दो प्रकार के होते है।
समान तत्व से मिलकर बनने वाले अणु और अलग अलग तत्व से मिलकर बनने वाले अणु।
जैसे की,
सोडियम और क्लोरीन के परमाणु मिलन से सोडियम क्लोराइड बनता है।
वही, दो हायड्रोजन मिलकर डाईहायड्रोजन बनाते है।
अणु और परमाणु में एक और तफवत यह होता है कि परमाणु कभी भी प्रकृति में स्वंतंत्र रूप से मौजूद नही होते परंतु अणु होते है।
अणु केमिस्ट्री (chemistry in hindi) में एक अहम भूमिका निभाते है क्योंकि इसके अपने रासायनिक गुणधर्म (chemical property) होते है।
बंध – Bonding
अणु के अंदर रहे परमाणु एक दूसरे के साथ जुड़े रहते है, इसे बंधन (bonding) कहा जाता है।
यह बंधन कई अलग अलग तरह के बंध का होता है। जिनमे यह मुख्य है।
- covalent bond
- ionic bond
- hydrogen bond
- Van der Waals force
Ionic bond तब बनते है जब कोई धातु तत्व अपना एक इलेक्ट्रान गुमाता है और अधातु तत्व इसे प्राप्त करता है।
धातु तत्व में से इलेक्ट्रान कम होने से उस परमाणु में पोजीटिव विद्युतभार बढ़ जाता है, वही अधातु तत्व में एक इलेक्ट्रान ज्यादा होने से नेगेटिव विद्युतभार बढ़ जाता है।
उदाहरण के तौर पर सोडियम एक धातु है जो इलेक्ट्रान गुमाता है वही क्लोरीन अधातु है जो इलेक्ट्रान प्राप्त करता है।
फिर दोनों ionic bond से जुड़कर NaCl की रचना करते है, जो की सामान्य नमक होता है।
अब हमने रसायन विज्ञान की मुलभुत जानकारी प्राप्त कर ली है, अब बारी है इसकी शाखाओं की।
रसायन विज्ञान की शाखाएँ – Branches of Chemistry
रसायन विज्ञान हर क्षेत्र में फ़ैल चूका है, जिससे उसका अभ्यास एक शाखा में संभव नही है। इसी वजह से इसे कई उपशाखाओं (Branches) में बांट दिया गया है।
वैसे केमिस्ट्री की कई उपशाखाएँ बनी हुई है, परंतु यहाँ पर हम सिर्फ पांच मुख्य शाखाएँ के बारे में ही जानेंगे।
जिनमे पहली यह है।
कार्बनिक रसायन विज्ञान – Organic chemistry in hindi
कार्बनिक रसायन विज्ञान कार्बन युक्त यौगिकों की संरचना, गुणों, प्रतिक्रियाओं और तैयारी का अध्ययन है।
सरल भाषा में कहे तो, Organic chemistry में कार्बन (carbon) से बने सारे तत्वों का अध्ययन होता है।
कार्बन एक ऐसा तत्व है जो हर जीवित जिव में देखने मिलता है, ऊपर से यह पृथ्वी पर रहे कई तत्वों के साथ भी जुड़ा हुआ है।
जैसे की हाइड्रो कार्बन, जिसमे कार्बन और हायड्रोजन होते है। उसी तरह कार्बन के साथ ऑक्सिजन और नाइट्रोजन जैसे तत्व भी जुड़े होते है।
सबसे प्रचलित उदाहरण है कार्बन डाइऑक्साइड का। जिसमे कार्बन ओर ऑक्सिजन दोनों का संयोग है।
इस शाखा में रहे वैज्ञानिक कार्बन से बने योगिकों का अभ्यास करते है और उनके रासायनिक गुणधर्मो को जानते है।
उसके उपरांत पहले से ही मौजूद कार्बनिक योगिक तत्वों में कैसे सुधार किया जा सकता है उस पर भी अध्ययन करते है।
दैनिक जीवन में भी यह शाखा जुडी हुई है।
सुबह उठते ही कोलगेट और साबुन का इस्तमाल Organic chemistry की देन है।
इसके उपरांत यह खाद्य पदार्थों, कृषि रसायन, कोटिंग्स, सौंदर्य प्रसाधन, डिटर्जेंट, भोजन, ईंधन, पेट्रोकेमिकल, प्लास्टिक और रबर में भी उपयोगी है।
लेकिन इसका सबसे ज्यादा उपयोग दवाइया और ड्रग्स बनाने में होता है।
परिणाम स्वरूप इस शाखा की वजह से रासायनिक विज्ञान का महत्व हमारे दैनिक जीवन में बढ़ जाता है।
अकार्बनिक रसायन विज्ञान – Inorganic Chemistry in hindi
Inorganic Chemistry में अकार्बनिक योगिकों के गुणधर्म और व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।
जहाँ कार्बनिक रसायन विज्ञान में कार्बन से जुड़े योगिकों का अभ्यास किया जाता है, वही अकार्बनिक रसायन विज्ञान में बाकी के योगिकों का अभ्यास किया जाता है, जिनमे कार्बन का संबंध ना हो।
अकार्बनिक तत्वों में धातु और खनिज पदार्थो का अध्ययन शामिल है।
इस शाखा में रहे रसायन शास्त्री यह समझने का प्रयास करते है कि योगिक तत्वों कैसे बनते है, अलग होते है और कैसे उसमे सुधार किया जाता है।
इसके अलावा केमिस्ट्री की इस शाखा के वैज्ञानिको के पास अपने कुछ खास कार्य होते है।
जैसे की,
ऐसी पद्धति का विकास करना जिसमे अशुद्ध पदार्थ में से धातु का शुद्धिकरण हो।
मिट्टी के उपचार के लिए अकार्बनिक योगिकों का अभ्यास करना।
खनिज पदार्थों में विश्लेषण करना।
पहली शाखा की तरह यह शाखा भी दैनिक जीवन में उपयोगी है, परंतु औधोगिक क्षेत्र में यह अधिक उपयोगी है।
खास करके यह,
Ammonia: यह एक ऐसा योगिक तत्व है जिसका पुष्कर मात्रा में उपयोग किया जाता है।
nylons, fibers, plastics, polyurethanes, hydrazine और explosives बनाने में यह बहुत ज्यादा उपयोगी होता है।
Chlorine: क्लोरीन का उपयोग pipes, clothing, furniture, fertilizer, insecticide, soil treatment pharmaceuticals, water treatment बंनाने के लिए किया जाता है।
आते है अगली शाखा पर,
विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान – Analytical Chemistry
विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान पदार्थ की संरचना और संरचना के बारे में जानकारी प्राप्त करने, प्रसंस्करण और संचार करने का विज्ञान है।
दूसरे शब्दों, यह इसका अध्ययन करता है कि पदार्थ क्या है और उसका अस्तित्व क्या है।
इस शाखा में कार्य कर रहे रसायन शास्त्री लगभग हर शाखा से जुड़े हुए होते है।
क्योंकि वो उन शाखा से संबंधित जानकारी का अवलोकन करते है और बहेतर परिणाम के लिए जानकारी प्राप्त करते है।
Analytical Chemistry का उपयोग दैनिक जीवन से हटकर रासायनिक जीवन पर होता है।
जैसे की,
खाना, दवाइया और पानी की गुणवत्ता का स्तर तय करना।
रसायनों की हो रही मार्केटिंग से जुडे आंकड़ो का अध्ययन करना।
योगिक तत्व या पद्धति को ज्यादा बहेतर बनाना।
रसायन विज्ञान और पर्यावरण के नियमो को तय करना।
कुल मिलाकर केमिस्ट्री की यह शाखा बहेतर परिणाम के लिए है।
बढ़ते है अगली शाखा पर।
जिव रसायन विज्ञान – Bio Chemistry in hindi
जिव रसायन विज्ञान का जन्म तब हुआ जब रसायन शास्त्रीओ ने जीवित जीवो पर अपना अभ्यास शुरू किया।
इसी वजह से यह असल में दो शाखाओं का समूह बना।
रसायन विज्ञान और जिव विज्ञान।
केमिस्ट्री की इस शाखा में जीवित जीवो में हो रही रासायनिक प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है।
जैसे की,
हमारे अंदर रहे कोष के DNA का अभ्यास और मष्तिष्क में से निकलते रसायनों का अध्ययन।
Bio Chemistry का सबसे ज्यादा इस्तमाल खाद्य पदार्थ में होता है, जिनमे खाने की गुणवत्ता को सुधारा जाता है।
इसके उपरांत पेड पौधों के रसायनों को जानने के लिए भी जिव रसायन विज्ञान का उपयोग होता है। क्योंकि वह भी एक जीवित प्रणाली है।
भौतिक रसायन – Physical Chemistry
यह भी विज्ञान की दो शाखाओं का संगम है।
भौतिक रसायन विज्ञान में भौतिकी के सिद्धांत जैसे की बल, ऊर्जा, यांत्रिकी और गति को आण्विक स्तर पर लागु करके अभ्यास किया जाता हैं।
Physical Chemistry के जरिये हम अणु और परमाणु स्तर पर हो रही रासायनिक घटना के भौतिक व्यवहार और गुणधर्मो को जान सकते है।
कुछ मुख्य अध्ययन यह है:
अणुओं के बीच लगने वाले बल का अवलोकन।
आयनों की पहचान और पदार्थो की विद्युत वाहकता।
दो अणुओं के बीच होती ऊर्जा का वहन।
इसके अलावा एक महत्वपूर्ण कार्य यह होता है कि किसी भी पदार्थ को पहचानना और उसके सिद्धांत विकसित करना।
तो बस यह थी रसायन विज्ञान की शाखाएँ, वैसे रासायनिक विज्ञान के कई प्रकार है, जिन्हें एक लेख में जानना असंभव है।
जो भी हो, अब हम बढ़ते है अगले भाग पर।
Chemistry formula in hindi
अगर अभी आप पढ़ाई कर रहे है तो कही न कही आपको केमिस्ट्री के फार्मूला की जररूत होती ही होगी।
उपरांत, हम दैनिक जीवन में भी रसायनों का इस्तेमाल करते है परंतु उसके वास्तविक नाम से अंजान होते है।
मैंने यहाँ पर कुछ रासायनिक सूत्रों के नाम सामान्य नाम के साथ दिए हुए है। जिसे जानने से केमिस्ट्री (Chemistry in hindi) में आपकी रुचि और बढ़ जाएगी।
व्यापारिक नाम
रासायनिक नाम
रासायनिक सूत्र
नमक
सोडियम क्लेराइड
NaCl
बेकिंग सोडा
सोडियम बाइकार्बोनेट
NaHCO3
धोवन सोडा
सोडियम कार्बोनेट
Na2CO3.10H2O
कास्टिक सोडा
सोडियम हाइड्रॉक्साइड
NaOH
चिली साल्टपीटर
सोडियम नाइट्रेट
NaNO3
सुहागा
बोरेक्स
Na2B4O7.10H2O
सोडा एश
सोडियम कार्बोनेट
Na2CO3
ग्लॉबर साल्ट
सोडियम सल्फेट
Na2SO4.10H2O
हाइपो
सोडियम थायोसल्फेट
Na2S2O3.5H2O
माइक्रो कॉस्मिक लवण
सोडियम अमोनियम हाइड्रोजन फॉस्फेट
NaNH4+HPO4
वैसे तो कई रासायनिक सूत्र रसायन विज्ञान में शामिल है। परंतु हमारे लिए इतने बहुत है।
Frequently asked questions
अब बारी है कुछ सवालों के जवाब देने की, जो बहुत बार पूछे जाते है।
रसायन विज्ञान के जनक कोन है?
रसायन विज्ञान के जनक Antoine Lavoisier है।
रसायन विज्ञान की खोज कब हुई?
इसका कोई स्पष्ट जवाब नही है, मानव सभ्यता प्राचीन समय से रासायनिक ज्ञान (chemical science) का उपयाग करती आयी है।
केमिस्ट्री के कितने भाग है?
लगभग कुछ हजार शाखाओं में फैली हुई है केमिस्ट्री। परंतु इन सब में यह पांच मुख्य है, जिनके बारे में हमने पढ़ा।
Conclusion
इस लेख में हमने जाना की रसायन विज्ञान क्या है (chemistry in hindi), उसके सिद्धान्त और शाखाएँ। उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी।
अब बारी आपकी है कमेंट में यह बताने की, की इस लेख में सबसे अच्छा आपको क्या लगा।
इसके मुलभुत सिद्धांत या शाखाएँ। जो भी हो कमेंट में बताएं।
लेकिन, अगर आप कुछ रोमांचक पढ़ना चाहते है तो इन लेखो को एक बार जरूर देखें।
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👉 भौतिक विज्ञान की रहस्य दुनिया (खास तथ्य)
👉 जिव विज्ञान की संपूर्ण जानकारी (4 खास शाखाएं)
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