क्या आप जानना चाहते है कि विज्ञान क्या है (science in hindi) और इसमें क्या क्या आता है? यह लेख आपको वो सारी जानकारी देगा जो आपको चाहिए।
साइंस एक ऐसा शब्द है जिसने इंसानी जीवन को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है। इसकी शक्ति असल में क्या है वो आप इस लेख में जानेंगे।
तो चलिये इस शब्द की गहराई से ही शुरू करते है।
Table of Contents
विज्ञान क्या है – What is science in hindi
प्रकुति की किसी भी वस्तु का अध्ययन करना और उसे समझना विज्ञान कहलाता है।
यह शब्द संस्कृत भाषा के शब्द विज्ञानाम पर से लिया गया है जिसका अर्थ विशेष ज्ञान होता है।
वहीँ दूसरी और अंग्रेजी शब्द science लेटिन भाषा के scinteia पर से लिया गया है जिसका अर्थ होता है जानना (to know!)
अगर हम कुछ हजार साल पीछे चले तो science सिर्फ एक ही था, जिसके अंदर सब कुछ आता था। जैसे की चिकित्सा और खगोल।
सब साइंस ही कहलाता था, परंतु समय के साथ इसके कुछ भाग बने।
फिर 20वि सदी में साइंस की बहुत सी खोजे होने से इन शाखाओं की भी उपशाखाएँ बनी।
इसी वजह से आज के समय में science बहुत गहराई तक फैल गया है।
चलिये अब हम इस की परिभाषा जानते है।
विज्ञान की परिभाषा – science definition in hindi
किसी भी विषय के क्रमबद्ध अध्ययन से अर्जित एवम् प्रयोगों द्वारा प्रमाणित वर्गीकृत ज्ञान को विज्ञान कहते है।
सरल भाषा में कहु तो, किसी विषय या वस्तु का पूरी तरह से अभ्यास करके उससे मिलने वाले सटीक परिणामो से जो हमे जानकारी मिलती है उसे science कहा जाता है।
अब हम इस विषय की गहराई में जाने वाले है।
विज्ञान की शाखाए – Branches of science in hindi
आधुनिक विज्ञान को तीन भागों में बांटा गया है।
1. प्राकृतिक विज्ञान – natural science
जिसके अंदर प्रकुति और उसमे हो रही घटनाओं का अभ्यास होता है।
जैसे की गुरुत्वकार्षण बल की असर, पानी के अंदर रहे कणो की संरचना और इंसानो के अंदर की कोशिका का अध्ययन।
2. सामाजिक विज्ञान – social science
साइंस के इस भाग में समाज और अर्थ तंत्र जैसी घटनाओ का अभ्यास किया जाता है।
जैसे की, किसी व्यक्ति का स्वभाव और देश की अर्थव्यवस्था।
3. औपचारिक विज्ञान – formal science
इस भाग में गाणितीय सिद्धांत और कंप्यूटर धारणाओं जैसी वस्तु का अभ्यास किया जाता है।
जैसे की, गणित के समीकरण और किसी जानकारी की संख्याओं का अभ्यास।
तो बस यह थे science के मुख्य भाग। लेकिन यह भाग साइंस की कई शाखाए में बांटे हुई है।
और वही शाखाएं भी कई उपशाखाओं में फैली हुई है, जिसे पूरी तरह से एक लेख में समझाना लगभग नामुमकिन है।
इसीलिये यहाँ पर हम कुछ खास शाखाओं का ही अध्ययन करेंगे।
भौतिक विज्ञान – physics
इसकी व्याख्या इस तरह है।
ऊर्जा और पदार्थ तथा इन दोनों की परस्पर प्रकिया को समझना भौतिक विज्ञान कहलाता है।
प्रकृति दो स्वरूप में मौजूद होती है। पदार्थ और ऊर्जा।
धूल, पत्थर और हम सब पदार्थ स्वरूप में है। जब की सूर्य से आने वाली किरणे और रेडियेशन यह सब तरंग के स्वरूप में होते है।
यह दोनों ही स्वरूप प्रकृति से जुड़े है जिसके अभ्यास से हम प्रकृति को समझते है।
असल में हम physics से घिरे हुए है। ऊपर घूमता पंखा, घर में रखा फ्रिज और यहाँ तक की हाथ में रखा मोबाइल भी इसी की देन है।
17वि सदी में न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण बल की खोज की थी जिसने science को एक नई दिशा दिखाई, इसके बाद 20वि सदी में अल्बर्ट आइंस्टीन ने थियरी ऑफ़ रिलेटिविटी के जरिये physics को एक नये स्तर पर ले गए।
फिर इसके बाद जन्म हुआ क्वांटम फिजिक्स का। जिसने बताया कि ब्रह्मांड की सबसे सूक्ष्म वस्तु परमाणु नही बल्कि प्रोटोन और इलेक्ट्रान कण है।
यहाँ पर एक समस्या यह थी की साइंस (science in hindi) के इस स्तर पर भौतिकि के सामान्य नियम काम नही करते थे, जिससे एक नई थियरी quantum field theory को लाया गया, जो प्रोटोन जैसे सूक्ष्म कणो के व्यवहार को समझती है।
इसी समय भौतिक विज्ञान की बहुत उपशाखाएँ भी बनी।
जैसे की,
परमाणु भौतिकि: जिसके अंदर परमाणु का अभ्यास किया जाता है।
प्रकाशकी: जिसके अंदर प्रकाश का अभ्यास किया जाता है।
अब हम बढते है अगले भाग पर।
रसायन विज्ञान – chemistry
पदार्थ की संरचना, बनावट और उसके बीच होती रासायनिक प्रतिक्रियाओं का अध्ययन रसायन विज्ञान कहलाता है।
इस शाखा के उदाहरण को हम अपने आसपास देख सकते है।
रसोई में खाद्य पदार्थो का उपयोग और जो हम साफ सफाई के दौरान डिटर्नजेन्ट का इस्तेमाल करते है। यह chemistry की देन है।
इसके उपरांत जो हम खाना खाते है उसके अंदर रहे प्रोटीन का अभ्यास भी इसी शाखा के अंदर आता है।
रसायन विज्ञान में अणु और परमाणु का अध्ययन किया जाता है।
जैसे की, जो हम पानी पीते है उसके अंदर दो हायड्रोजन और एक ऑक्सिजन का तत्व होता है।
जब हम पानी और चीनी को मिलाते है तब दोनों के अणु आपस में बदलते है। यह क्यों और कैसे होता है उसे समझना रसायन विज्ञान (science in hindi) का कार्य है।
यह एक विशाल शाखा है जिसके अंदर कई उपशाखाएँ बनी हुई है। चलिये कुछ पर नजर डालते है।
विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान: इस शाखा में पदार्थो के रसायन गुणों का अभ्यास किया जाता है, जिसके लिए गुणात्मक (qualitative) और मात्रात्मक (quantitative) मापन का उपयोग होता है।
कार्बनिक रसायन शास्त्र: इस शाखा में उन पदार्थो का अभ्यास होता है जो कार्बन से जुड़े होते हैं। कार्बन एक ऐसा तत्व है जो हर प्राणी मे देखने मिलता हैं।
फोरेंसिक रसायन विज्ञान: इस शाखा में क्राइम स्थल पर छोड़े गए सबूतों पर अभ्यास किया जाता है।
Fact: रसायन विज्ञान को centre science भी कहा जाता है क्योकि यह भौतिकि और जिव विज्ञान को जोड़ता है।
अब हम जानते है अगली शाखा को।
जिव विज्ञान – biology
जिव विज्ञान में हर जीवित वस्तुओं का अभ्यास किया जाता है जिसमे पेड़ पौधे से लेकर हर प्राणी शामिल है।
Bio शब्द ग्रीक भाषा bios से लिया गया है। जिसका अर्थ life (जीवन) होता है।
सामान्य तौर पर, जिव विज्ञान में जीवित जीवों की संरचना, उनके कार्य, वृद्धि, उत्पत्ति, विकास और वितरण का अध्ययन होता हैं।
जैसे की, पौधे सूर्य प्रकाश की ऊर्जा से खुद का विकास करते है और हर प्राणी प्रजनन करता है। इसके अलावा जीवित वस्तु पर्यावरण के साथ मिलकर खुद की वृद्धि करता हैं।
Biology के अभ्यास से बहुत लाभ मिलता है। खास करके ज्यादा असरकारक दवाइया बनाना और खाने की गुणवत्ता बढ़ाना।
आधुनिक जिव विज्ञान के कुछ मुलभुत सिद्धांत है जिनमे से चार में यहाँ पर लिख रहा हूं।
1. Cell theory: यह सिद्धांत हमे बताता है कि हर जीवित प्राणी एक मुलभुत वस्तु जिसे कोष (cell) कहते है, उससे बना होता है।
2. Gene theory: इस सिद्धांत के अनुसार हम सब के अंदर एक जिन (gene) जरूर होता है। इसे हम dna कहते हैं।
3. Homeostasis: यह सिद्धांत कहता है कि सारी जीवित चीजे पर्यावरण के साथ संतुलन बनाये रखती है जो उसे जीवित रखने में सक्षम बनाती है।
4. Evolution: यह सिद्धांत हमे बताता है कि कैसे हर प्राणी अपने लक्षण बदलता है जिससे वो पर्यावरण में अनुकूल तरह से रह सके।
Biology साइंस की एक मुख्य शाखा होने की वजह से इसकी कई उपशाखाएँ बनी हुई है।
Ecology: इस शाखा में अध्ययन किया जाता है कि कैसे जिव पर्यावरण के साथ जुड़ता है और अपना प्रभाव डालता है।
Genetics: इस शाखा के वैज्ञानिक यह जानने का प्रयत्न करते है कि कैसे किसी जीव के जीन्स उसके संतान को मिलते है और क्यों हर जिन्स दुसरो के जीन्स से अलग होते है।
Physiology: यह शाखा यह समझने का प्रयत्न करती है कि कैसे जीवित वस्तुएं कार्य करती है। इसमें जीव के अंगों के कार्य और उसकी प्रतिक्रियाओं का अभ्यास होता है।
इन शाखाओं के अलावा कुछ ऐसी शाखाऐ भी है जो विज्ञान (science in hindi) के दूसरे भाग के साथ जुड़ी हुई है।
Astrobiology: science की यह शाखा ब्रह्मांड में जीवन की खोज करती हैं। क्या किसी ग्रह पर जीवन बन रहा है या नही उसका अभ्यास करती है।
अब हम एक अलग ही शाखा के बारे में जानते है।
खगोल विज्ञान – Astronomy
इस विभाग में ब्रह्मांड का अभ्यास किया जाता है। यह मेरी सबसे पसंदीदा शाखा है।
तारे कैसे बनते है, कैसे ग्रह घूमते है इन सब का अभ्यास इसके अंदर ही किया जाता है। Nasa और isro भी Astronomy के लिए ही बने हुए है।
इस शाखा से संबंधित कुछ रोचक जानकारी में आपको बताता हूं।
1. अंतरिक्ष में दिखाई दे रहे तारो के बीच बहुत अंतर होता है। कुछ अरब किलोमीटर नही बल्कि कई प्रकाश वर्ष।
हमारा सूर्य सबसे नजदीकी तारा है लेकिन दूसरा नजदीकी तारा हमसे 4 प्रकाश वर्ष दूर है।
2. अभी आपको लग रहा होगा की आप स्थिर है। लेकिन असल में अभी हम सब बहुत तेज गति से घूम रहे है क्योकि हमारी पृथ्वी अपनी धरि पर घूम रही है।
साथ ही यह सूर्य के चारो और भी घूम रही है। ऊपर से हमारा पूरा सौरमंडल भी सूर्य के साथ मिल्की वे गेलेक्सि की परिक्रमा कर रहा है।
और आखिर में यह गेलेक्सि भी ब्रह्मांड में घूम रही है।
कुल सार यह है कि पूरा ब्रह्मांड सतत घूम रहा है, कुछ भी स्थिर नही है।
3. हमे लगता है कि ब्रह्मांड सिर्फ वही है जो हम देख रहे है लेकिन इसमें कई रहस्यमय चीजे बनी हुई है जिसे हम देख नही सकते। यहा तक की किसी उपकरण की मदद से भी नही।
हम जो ग्रह, तारे और गेलेक्सि को देखते है वो ब्रह्मांड का मात्र 5% हिस्सा ही है।
डार्क मैटर और डार्क एनर्जी यह दो रहस्य से ही ब्रह्मांड का 95% भाग बना हुआ है।
डार्क मैटर वो कण है जिसे हम देख नही सकते ना ही प्रकाश उससे संपर्क कर सकता है, लेकिन उसके प्रभाव को हम महसूस जरूर कर सकते है।
डार्क एनर्जी एक रहस्यमय बल है जो हमारे ब्रह्मांड को फैला रही है। लेकिन इसके बारे में हम कुछ नही जानते।
science के बारे में इतना सबकुछ जानने के बाद एक सवाल तो उठता ही है कि हमारे जीवन में साइंस का महत्व क्या है।
हमारा अगला भाग इसी विषय पर है।
विज्ञान का महत्व – Importance of science in hindi
क्या आप एक पल के लिए भी बिना विज्ञान के जीवन की कल्पना कर सकते है।
बिजली के बिना, बिना बाइक या कार के, बिना दवाइयो के और अपने हाथ में रखे फोन के बिना जीवन को देखिए।
यह असंभव है। क्योकि science हर क्षेत्र में फ़ैल चूका है।
चलिये अब जानते है कुछ ऐसे क्षेत्रों को, जिनमे साइंस रोज के जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण है।
कृषि विभाग: विज्ञान की वजह से आज कृषि बहुत ही सरल हो गयी है। कृषि के लिए उपयोगी मशीन जैसे की ट्रेक्टर और थ्रेसर। इसके बाद खेती में उपयोग होने वाले उर्वरक (fertilizer) भी chemistry की वजह से संभव हुआ है।
संचार: आज अभी के समय आप मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे है यह भौतिक विज्ञान की देन है।
हम कल्पना भी नही कर सकते की संचार की वजह से हम कितना समय बचा रहे है। पहले के समय कोई टेलीफोन नही था तब जानकारी किसी व्यक्ति के जरिये पंहुचती थी। जिसमे कई दिन लगते थे।
लेकिन आज मोबाइल में आप पल भर में किसी से संपर्क कर सकते हो। क्या यह किसी चमत्कार से कम है?
निर्माण: क्या आप जानते है कि विशाल इमारतों के निर्माण के लिए science ही ज़िम्मेदार हैं। निर्माण में उपयोग होने वाले मशीन साइंस की देन है। जैसे की motor graders, buildozers, backhoe loaders.
चिकित्सा: science का इस भाग में बहुत ही श्रेष्ठ योगदान है। रसायन विज्ञान और जिव विज्ञान की वजह से दवाइयो में बहुत वृद्धि हुई है, जिससे आज हम किसी भी रोग से लड़ने में समर्थ है।
इसके आलावा हॉस्पिटल में उपयोग होने वाली मशीन ECG machine और MRI machine भी साइंस की वजह से ही संभव हुए है।
परिवहन क्षेत्र: यह एक और साइंस (science in hindi) का क्षेत्र है जो हमारे रोज के जीवन में बहुत उपयोगी है। हम जो वाहन का उपयोग कर रहे है वो सिर्फ विज्ञान की वजह से संभव हुआ है। आप अच्छी तरह से जानते है कि मोटर सायकल और कार जैसे वाहन हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण है।
और आज भी इस क्षेत्र का विकास हो रहा है। इलेक्ट्रिक कार के चलत हम एक कदम और आगे बढ़ चुके है।
हमने science के इतने फायदे और इसका महत्व तो जान लिया लेकिन किसी भी वस्तु की दो बाजुएँ होती है।
जैसे विज्ञान ने इंसानो के जीवन को सरल बनाया है उसी तरह इसके कुछ नुक्सान भी है। वजह है science की शक्ति का गलत हाथ में जाना।
जैसे की परमाणु हथियार का निर्माण और पर्यावरण को नुकसान।
चलिये अब पिछले कुछ science की खोज पर नजर डालते है।
विज्ञान के समाचार और खोज – Science news and discovery in hindi
क्या आप जानना चाहेंगे की पिछले साल विज्ञान (science in hindi) की कोन सी बड़ी खोजे (discovery) हुई है।
यह भाग आपकी जानकारी का एक स्तर बढ़ा देगा, तो चलिये शुरू करते है पहली खोज से।
1. Plastic-eating bacteria
यूरोपियन शोधकर्ताओं ने एक ऐसे बेक्टेरिया की खोज की है जो polyurethane को खाता है। यह एक तरह का प्लास्टिक है जिसे नष्ट करना बहुत ही मुश्किल है।
साथ ही इस प्लास्टिक को recycle करना भी कठिन है। इसी वजह से यह बेक्टेरिया हमे इस polyurethane को करने में मदद कर सकता है।
यह प्लास्टिक एक केमिकल छोड़ता है जिससे पर्यावरण में नुक्सान होता है। इस प्लास्टिक की मात्रा पृथ्वी और महासागरों में बहुत ही ज्यादा है।
2. Terrible heat
यूरोप और अमेरिका के शोधकर्ताओं ने यह अनुमान लगाया है कि अगले 50 सालो में लगभग 3.5 अरब लोग भयानक गर्मी का सामना करेंगे।
इंसानो की वजह से बढ़ रहे वैश्विक तापमान के चलते इस परिस्थिति का निर्माण होगा। निश्चित संख्या इस पर आधारित है कि आने वाले समय में कितना प्रदूषण कम होता है और दुनिया की आबादी कितनी बढ़ती है।
यह अनुमान गणित के आधार पर की गयी है।
3. 3D universe map
पिछले साल ही शोधकर्ताओं ने ब्रह्मांड का 3D मैप रिलीज किया है, जिसके अंदर 20 लाख से भी ज्यादा गेलेक्सि को दर्शाया गया है।
यह प्रोजेक्ट तकरीबन 20 साल पहले लौन्च किया गया था जिसने टेलिस्कोप के जरिये मिली माहिती को एकत्र करके यह नक्शा बनाया हुआ है।
यह खोज खगोल विज्ञान की है।
4. Oldest animal
वैज्ञानिको ने कहा है कि उन्होंने स्कॉटलेंड में एक ऐसे जिव के अवशेष को ढूंढ नीकला था जो लगभग 425 मिलियन वर्ष पुराना था।
यह अबतक का सबसे पुराना जिव मना गया है। संभावना यह है कि इस जिव ने ही बाकी भूमिगत जीवो का मार्ग बनाया होगा।
5. Zepto second
जर्मन वैज्ञानिको ने इसी साल घोषणा की, की कुछ समय पहले ही उन्होंने समय के सबसे छोटे यूनिट zepto second को नापा है जो की एक सेकंड के अरबवें हिस्से का खरबवां हिस्सा होता है।
दूसरे शब्दों में, एक सेकंड का 10^-21 वा भाग (1 के पीछे 21 शून्य)।
उन्होंने फोटोन जो की प्रकाश का एक कण है उसे हायड्रोजन अणु के बीच में से पसार किया था जिसमे 247 zepto second का समय लगा था।
यह खोज भौतिकि की वजह से संभव हुई है।
अब विज्ञान (science in hindi) से जुड़े कुछ ख़ास तथ्यों को जान लेते है।
विज्ञान के बारे में तथ्य – Special science facts in hindi
अंतरिक्ष एकदम शांत है क्योंकि वहा पर हवा नही है।
पृथ्वी पर जितने रेत के दाने है उससे अधिक ब्रह्मांड में तारे है।
हम जो खाते है उसे संपूर्ण रूप से पचने में लगभग 12 घंटे का समय लगता है।
आयुर्वेद चिकित्सा क्षेत्र का पहला स्कूल माना जाता है।
केलो के अंदर पोटेशियम तत्व होता है जिससे वो रेडियोएक्टिव बन जाते है।
मनुष्य के जीवन काल में उसकी त्वचा 900 बार बदलती है।
प्रकाश दो तरह के व्यवहार करते है: कण और तरंग।
अब कुछ सवाल के जवाब दिए जाए।
साइंस के प्रश्न – Science question in hindi
विज्ञान की खोज किसने की थी?
यह कहना असंभव हैं। क्योकि प्राचीन समय से इंसान प्रकृति को समझता आया है। तो इसकी स्थापना और खोज किसने की यह कहा नही जा सकता।
विज्ञान के जनक कौन है?
आधुनिक विज्ञान के जनक Galileo galilei को कहा जाता है।
Conclusion
तो बस यह थी कुछ जानकारी विज्ञान (science in hindi) के बारे में। उम्मीद है आपको पसंद आयी होगी।
अब बारी आपकी है कॉमेंट में यह बताने की, की इस लेख में सबसे अच्छा आपको क्या लगा।
इसकी शाखाए या नई खोज। जो भी हो कॉमेंट में बताएं।
लेकिन, अगर आप कुछ रोमांचक पढ़ना चाहते है तो इन लेखो को एक बार जरूर देखें।
👉 क्वांटम फिजिक्स की अद्भुत दुनिया ( 5 रहस्यमयी प्रयोग)
👉 परमाणु क्या है और किसे कहते है – संपूर्ण जानकारी
👉 थियरी ऑफ़ रिलेटिविटी (सरल भाषा में)
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