आज हम ब्रह्मांड की एक खोगोलिय घटना और उससे क्या होता है, वही जानेंगे, तो पूरा लेख जरूर पढ़ना।
What is white dwarf star in hindi
चलिए सबसे पहले जानते है कि यह सफेद बौने तारे क्या होते है। आपने आसमान के तारे तो देखे ही होंगे, बस तो यह तारे मरने के बाद एक white dwarf star बनते है।
चिंता मत कीजिए, में आपको थोड़े और अच्छे से समजाता हू।
आसमान में हम जो तारे देख रहे होते है, वो कई अरबो साल पहले धूल और गैस से मिलकर बने हुए होते है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि तारे जो हमेशा चमकते रहते है और गर्मी को उतपन्न करते रहते है, तो उसे यह सारी ऊर्जा मिलती कहा से है।
इसका जवाब है इसके केंद्र से। तारो के केंद्र में एक बड़ा मजबूत गोला बना हुआ होता है, जिसे हम कोर कहते है। इसी कोर में हायड्रोजन न्यूक्लियर फ्यूजन की प्रक्रिया करते रहते है, जिससे तारो को ऊर्जा मिलती रहती है।
इस फ्यूजन प्रक्रिया की वजह से तारे की बहार की तरफ दबाव बनता है, इसके साथ ही गुरुत्वाकर्षण बल तारे के केंद्र की तरफ लगता है। यहा पर दोनों बल आमने सामने होने की वजह से तारा संतुलन में रहता है। इसी तरह तारे का जीवन चलता रहता है।
जब सारा हायड्रोजन खत्म हो जाता है तो उसे तारे का ईंधन खत्म होना कहते है। अब तारा हीलियम तत्व से अपनी ऊर्जा को प्राप्त करेगा। हीलियम एक तत्व है, जो हायड्रोजन के बाद दूसरे नम्बर पर आता है।
लेकिन अब हायड्रोजन के बदले हीलियम फ्यूजन की प्रक्रिया करता है तो यह प्रक्रिया पहले के मुकाबले धीमी होती है और बहार की तरफ दबाव कम होने लगता है। लेकिन गुरुत्वाकर्षण बल तो पहले जितना ही रहता है। इसी वजह से अब तारा अपना संतुलन खोने लगेगा
इससे गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव बढ़ जाता है और तारे का द्र्व्यमान केंद्र में जमा होने लगता है, एक तरह से कहे तो तारा सिकुड़ने लगता है। इसके साथ ही तारे के बहार के आवरण का बहार की तरफ विस्तार भी होता है। इस विस्तार की वजह से तारे का द्र्व्यमान कम होने लगता है।
जब बाहर का सारा द्र्व्यमान चला जाता है तो आखिर में सिर्फ तारे की कोर रहती है, इसी कोर को बौना तारा (white dwarf star in hindi) कहते है।
अब यह कोर गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से इतनी भारी हो गयी होती है कि इसका कद तो हमारी पृथ्वी जितना होता है, लेकिन वजन लगभग हमारे सूर्य जितना होता है।
अगर आपको यह लग रहा है कि आसमान के सारे stars एक दिन बौने तारे (white dwarf star in hindi) बन जाएंगे तो माफ़ करना आप गलत है।
अगर सारे तारे बौने तारे ही बनेंगे तो न्यूट्रोन स्टार और ब्लैक होल कोन बनेगा। हां, आपने सही सुना। ब्लेक होल ऐक तारे में से ही बनते है।
चलिए इसके बारे में में आपको ठीक से बताता हूं। तारा अपनी जिंदगी में आगे चलकर क्या बनेगा इसका आधार तारे के द्र्व्यमान पर है। जिस तारे का द्र्व्यमान सूर्य के द्र्व्यमान से 8 गुना तक होता है, वो ही white dwarf star बनते है। बाकी के न्यूट्रोन स्टार और ब्लैक होल बन जाते है, क्योकि द्र्व्यमान ज्यादा होने की वजह से इन दोनों में एक धमाका भी होता है।
अगर आपको न्यूट्रोन स्टार के बारे में पढ़ना है तो आप यहाँ पर पढ़ सकते है।
➡️ न्यूट्रॉन स्टार क्या होते है – what is a neutron star
Black dwarf star
एक बार तारा बौना बन जाने के बाद जैसे जैसे समय बीतेगा उसके साथ यह ठंडा होता जाएगा। फिर एक समय पर यह ब्लेक कलर का हो जाएगा। लेकिन अब तक किसी भी ब्लेक बौने तारे को खोजा नही गया है, क्योंकि इसे बनने में बहोत समय लगता है लेकिन ब्रह्मांड की इतनी उम्र ही नही है कि कोई तारा black dwarf star बने।
वैसे तो ज्यादातर तारे दो की जोड़ी में ही रहते है लेकिन हमारा सूरज पता नही क्यों अकेला है। पर छोड़िए, इसके बारे में बाद में बात करेंगे। अभी दो जोड़ी वाले तारो के बारे में बात करते है।
अंतरिक्ष में कई ऐसे तारे है जो एक दूसरे के सामने घूमते रहते है। इसे binary star system कहते है। लेकिन में आपको ये बात अभी क्यों बता रहा हु।
देखिए, कई बार क्या होता है कि इन binary system में से कोई एक तारा white dwarf star बन जाता है। तो यह इतना शक्तिशाली हो जाता है कि यह अपने साथी तारे के द्र्व्यमान को भी अपनी अंदर खींच सके।
अभी वैज्ञानिक इस रिसर्च में लगे है कि अगर ऐसा होता है तो क्या वह बौना तारा ( white dwarf in hindi) एक न्यूट्रोन स्टार में बदल जाएगा।
ऐसा होने की संभावना है क्योंकि अपने साथी का द्र्व्यमान लेने की वजह से तारे के कोर में ज्यादा घनता बन जाएगी। वैसे भी मैंने आपको आगे बताया उसी तरह अगर किसी तारे का द्र्व्यमान ज्यादा है तो वह एक न्यूट्रॉन स्टार बनता है।
अगर ऐसा होता है तो हमे एक ही तारे में white dwarf star और neutron star दोनों देखने को मिलेंगे। सोचिए अगर कोई तीसरा तारा इसके संपर्क में आ जाता है तो हमे उसी तारे में एक ब्लेक होल भी देखने को मिल सकता है।
वैसे तो हम ब्लेक होल को देख नही सकते लेकिन वो बात अलग है। 😂😂😂
Facts about white dwarf star in hindi
एक बौने तारे ( white dwarf star in hindi) की रौशनी सूर्य की रौशनी से 100 गुना ज्यादा होती है।
सबसे नजदीक बौना तारा sirius B है। जिसके बारे में आप यहाँ पढ सकते है।
➡️आसमान में सबसे ज्यादा चमकता तारा – सीरियस
तो यह थीं कुछ जानकारी white dwarf star in hindi के बारे में। मेरे ख्याल से आपको यह समझने में थोड़ी मुश्केली जरूर आयी होगी, लेकिन इस तरह की ब्रह्मांड की एक नई चीज को जानकर मजा भी आया होगा।
अगर आपको कुछ इंटरेस्टिंग चीज पढ़नी है तो आप इन तीनो लेख को देख सकते है।
➡️ प्रकाश जिससे बना है वो कण – photon
Very Nice information
Thanks.