अगर में आपसे कहु की हमारे ब्रह्माण्ड में कई दूसरे जगह पर भी जीवन की संभावना है तो आप में से बहुत से लोग मुझसे सहमत होंगे और मानते होंगे की हां, ब्रह्मांड की कई गेलेक्सि में एलियन लाइफ होने की बहुत संभावनाए है।
पर अगर में ये कहु की हमारे ब्रह्मांड जैसे और भी कई ब्रह्मांड होते हैं जिसे हम नही देख सकते। तो आपको लगेगा कि में फेंक रहा हूं, नही में बात कर रहा हूं मल्टीवर्स कि।
लेकिन इससे भी आगे, क्या होगा अगर आपको पता चले की ऐसे भी ब्रह्मांड है जहाँ पर हमारी आकाशगंगा जैसी ही आकाशगंगा, सूर्य, पृथ्वी और आप जैसा ही एक और प्रतिरूप है जो बिलकुल आपकी तरह दीखता है, जिसका जीवन भी आपके जैसा है। में बात कर रहा हूं हमारे समांतर ब्रह्मांड की।
History of thought
साल 1954 मे वैज्ञानिक hugh evercit-3 ने पहली बार समांतर ब्रह्मांड के विचार को बताया था।उन्होंने कहा कि हमारी तरह और ब्रह्मांड भी हो सकते है। एवरेट कि इस थियरी को तब नकार दिया गया था, बाद में सैद्धांतिक वैज्ञानिक मैक्स टेगमार्क ने क़वोंन्टम आत्महत्या (quantum suicide) का प्रयोग किया। तब इस थियरी को लोगो ने गंभीरता से लिया।
महान भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने समानांतर ब्रह्मांड की थियरी को माना था। उनकी मृत्यु से पहले एक रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ था, जिसके ऊपर समांतर ब्रह्मांड के बारे लिखा था। उनके अनुसार इस ब्रह्मांड में हम अकेले नही है, आगे चलकर पता चल जाएगा कि हमारे जैसे कई और ब्रह्मांड भी अस्तित्व में है। उनके द्रारा दिया गया मेसेज ए था।
“We are not down to a single, unique universe, but our findings imply a significant reduction of the multiverse to a much smaller range of possible universes.”
कुछ थियरी है कि जो बताती है कि इस अंतरिक्ष में सिर्फ हमारा एक ब्रह्मांड नही है।
1.Space flate theory अब तक हम नही जानते है कि अंतरिक्ष का आकार क्या है लेकिन एक थियरी के अनुसार इसका आकार फ्लेट (सपाट) है और ये अंतरिक्ष अनंत है।
अगर ये अंतरिक्ष अनंत है तो हमारे ब्रह्मांड की तरह ओर भी ब्रह्मांड होंगे, जो हमारे ब्रह्मांड के बाद हो। इस ब्रह्मांड में भी हमारे ब्रह्मांड की तरह बिलकुल आकाशगंगाए, ग्रह और तारे होंगे। और एगर ऐसा है तो ब्रह्माण्ड खुद को पुनरावर्तित (रिपीट) करता होगा। मतलब की सतत ब्रह्मांड की रेखाएं होंगी।
2. Bubble universe Eternal inflation theory के मुताबिक हमारा ब्रह्माण्ड एक बड़े बुलबुले के अंदर है। अंतरिक्ष में इस तरह के बहुत बुलबुले है जिसके अंदर कई और ब्रह्मांड भी आए हुए है। जहाँ पर भौतिक के नियम (law of physics) अलग होंगे।
3. Parallel universe तो चलिए अब बात करते है सबसे पहले थियरी की, ना की parallel universe theory की। ये थियरी कहती है कि अंतरिक्ष अनंत हैं और बहुत सारे ब्रह्मांड होंगे। इन ब्रह्मांड में जितने भी कण (पार्टिकल्स) है उनकी संभवित गोठवणी 10^22^122 है। इसका मतलब की इतने संभवित अलग तरह के ब्रह्मांड मौजूद हो सकते है, लेकिन अंतरिक्ष अनंत होने की वजह से इससे भी ज्यादा ब्रह्मांड हो सकते है, लेकिन इन ब्रह्मांड में कण अपनी गोठवणी को पुनरावर्तित (repeat) करेगा। जिसमें हमारी जैसी आकाशगंगाएं, पृथ्वी, पानी और आप खुद होंगे।
इसका मतलब की वो हमारे ब्रह्मांड का ही प्रतिरूप होगा, जहा पर हमारी दूसरी संभावनाए घटित हो रही होगी। इस थियरी की आधार पर कई ऐसे ब्रह्मांड भी होंगे जहा सिर्फ एक कण का बदलाव होगा, जहा पर सिर्फ दो कण का बदलाव होगा और इस ए पार्टिकल के बंधारण चलते रहते है।
आगे ऐसे ही ब्रह्मांड के विषय पर बाते करते रहेंगे।
तब तक के लिए अलविदा। और अगर आप ऐसे ही एक और विषय को जानना चाहते हो तो ये रहा👇👇
ब्रह्मांड की सबसे बड़ी खोज ⏩ Dark energy
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